विश्वास का जादू


आज विश्वास की अधिक आवश्यकता है। यह ऐसा जादू है, जिससे बिगड़ी हुई बातें भी बन जाती हैं..
आज भाई-भाई के बीच अविश्वास है। मित्र-मित्र में अविश्वास है। विभिन्न पक्षों, दलों और गुटों में अविश्वास है। किंतु हम कहना चाहते हैं कि अविश्वास अब इस जमाने की चीज नहीं है। आज मानव के हाथों में इतने भयानक शस्त्रास्त्र आ गए हैं कि यदि एक-दूसरे पर अविश्वास करते रहेंगे, तो मानव-समुदाय मिट जाएगा। अविश्वास से बात नहीं बनती, बिगड़ जाती है। इसलिए जैसे हम मित्रों पर विश्वास करते हैं, वैसे ही प्रतिपक्षी पर भी विश्वास करना सीखें। विश्वास रखने से हम कुछ खोएंगे नहीं। खोएगा वही, जो विश्वासघात करेगा।
विश्वास इस संसार का सबसे अद्भुत जादू है। विश्वास पर ही यह सारा संसार खड़ा है। यदि विश्वास की शक्ति न रहे, तो मानव जाति एक-दूसरे से लड़-लड़कर समाप्त हो जाएगी। एक चोर को भी अपने साथी चोर पर विश्वास करना पड़ता है। यदि हम इस विश्वास पर विश्वास करके उसकी शक्ति को पहचान सकें और तदनुरूप बरत सकें, तो दुनिया के झगड़े मिटने में देर न लगेगी। आज की दुनिया के झगड़ों का सबसे बड़ा कारण अविश्वास है। हमें यही अविश्वास मिटाना है। मेरे पास भिन्न-भिन्न विचारों के लोग आते हैं। वे जो कुछ कहते हैं, मैं उन पर विश्वास रखता हूं। क्या वे सारे मुझे ठगने वाले हैं? नहीं, वे मुझे ठग नहीं सकते। जो सामने वाले पर विश्वास रखता है, वह उसके हृदय में प्रवेश पाता है। फिर तो सामने वाले के लिए भी वह लाजिमी हो जाता है कि वह ठीक-ठीक बातें बता दे। मैं किसी पर विश्वास रखता हूं, तो उसके लिए भी मुझ पर विश्वास करना लाजिमी हो जाता है।
हम एक पत्थर लेते हैं और उसे भगवान बना देते हैं। भगवान ने हमें बनाया, पर हम भगवान से अभिषिक्त कर पत्थर को भगवान बना देते हैं। बच्चा मां पर विश्वास रखता है, इसलिए मां बच्चे को हानि नहीं पहुंचा सकती। मैं इन लोगों पर विश्वास करता हूं, इसलिए ये भी गलत काम नहीं कर सकते। विश्वास इस जमाने की शक्ति है। लोग मेरे शब्दों पर विश्वास रखते हैं, नहीं तो उनके पास क्या सुबूत है कि मैं झूठ नहीं बोलता। उन्हें विश्वास है कि मैं झूठ नहीं बोलता और मैं भी उन पर विश्वास रखता हूं। विश्वास ही मेरा जादू है।
(आचार्य विनोबा भावे)