जीवन में
सफलता हासिल करने के लिए व्यक्ति को कुछ खास नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता
है। इन नियमों की अनदेखी करने पर कोई भी व्यक्ति सफलता का स्वाद नहीं चख सकता है।
ऐसे में जीवन का लक्ष्य हासिल करने के लिए चाणक्य नीति में छात्रों के लिए कुछ खास
नियम बताए गए हैं। आइए जानते हैं आखिर क्या है वो बातें जो किसी भी छात्र को बड़ी
आसानी से उसकी मंजिल तक पहुंचा सकती हैं।
सुबह जल्दी उठना-
चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी छात्र को देर तक नहीं सोना चाहिए। चाणक्य नीति कहती है कि संत और छात्र की नींद एक समान होनी चाहिए। जिस तरह हर संत को अपनी साधना पूरी करने की व्याकुल बनी रहती है उसी तरह छात्र को भी अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए हमेशा चिंतित रहना चाहिए।
चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी छात्र को देर तक नहीं सोना चाहिए। चाणक्य नीति कहती है कि संत और छात्र की नींद एक समान होनी चाहिए। जिस तरह हर संत को अपनी साधना पूरी करने की व्याकुल बनी रहती है उसी तरह छात्र को भी अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए हमेशा चिंतित रहना चाहिए।
संयमित भोजन करें-
छात्रों को हमेशा संयमित और पौष्टिक भोजन ग्रहण करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी सेहत के विकास के साथ-साथ बुद्धि का भी विकास होता है। चाणक्य नीति कहती है कि छात्रों को कभी भी गरिष्ठ भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी शिक्षा में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
छात्रों को हमेशा संयमित और पौष्टिक भोजन ग्रहण करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी सेहत के विकास के साथ-साथ बुद्धि का भी विकास होता है। चाणक्य नीति कहती है कि छात्रों को कभी भी गरिष्ठ भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उनकी शिक्षा में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
समय का ध्यान-
यूं तो हर व्यक्ति के जीवन में समय का बहुत बड़ा महत्व होता है। लेकिन छात्रों के लिए इसका महत्व कहीं ज्यादा होना चाहिए। छात्रों को अपने सभी कार्य समय पर पूरे करने की आदत होनी चाहिए। अपना हर काम समय पर पूरा करने वाले छात्र दूसरे छात्रों से बेहतर और मेधावी बनते हैं।
यूं तो हर व्यक्ति के जीवन में समय का बहुत बड़ा महत्व होता है। लेकिन छात्रों के लिए इसका महत्व कहीं ज्यादा होना चाहिए। छात्रों को अपने सभी कार्य समय पर पूरे करने की आदत होनी चाहिए। अपना हर काम समय पर पूरा करने वाले छात्र दूसरे छात्रों से बेहतर और मेधावी बनते हैं।
सदाचार -
चाणक्य ने छात्रों के लिए शिक्षा के साथ सदाचार का ज्ञान भी जरुरी बताया है। चाणक्य नीति कहती है कि सदाचार के ज्ञान से ही शिक्षा की उपयोगिता बढ़ती है। सदाचार का ज्ञान ही किसी छात्र को उसकी ग्रहण की हुई शिक्षा का सही उपयोग करना बताता है।
चाणक्य ने छात्रों के लिए शिक्षा के साथ सदाचार का ज्ञान भी जरुरी बताया है। चाणक्य नीति कहती है कि सदाचार के ज्ञान से ही शिक्षा की उपयोगिता बढ़ती है। सदाचार का ज्ञान ही किसी छात्र को उसकी ग्रहण की हुई शिक्षा का सही उपयोग करना बताता है।
लक्ष्य -
चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी कार्य को करने से पहले अपने लक्ष्य का पता कर लें। जीवन में एक लक्ष्य बनाकर शिक्षा प्राप्त करने से छात्र की प्रतिभा निखरती है। हर छात्र को समाज का ध्यान रखते हुए ही अपने लक्ष्य का चयन करना चाहिए।
चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी कार्य को करने से पहले अपने लक्ष्य का पता कर लें। जीवन में एक लक्ष्य बनाकर शिक्षा प्राप्त करने से छात्र की प्रतिभा निखरती है। हर छात्र को समाज का ध्यान रखते हुए ही अपने लक्ष्य का चयन करना चाहिए।